फ़ुरसतिया
हम तो जबरिया लिखबे यार हमार कोई का करिहै
लेबल
अमेरिका यात्रा
(41)
अम्मा
(11)
आलोक पुराणिक
(13)
इंकब्लॉगिंग
(2)
कट्टा कानपुरी
(110)
कविता
(49)
कानपुर
(216)
गुड मार्निंग
(44)
जबलपुर
(1)
जिज्ञासु यायावर
(17)
पंचबैंक
(151)
परसाई जी
(126)
पाडकास्टिंग
(3)
पुलिया
(172)
पुस्तक smeekShaa
(3)
बस यूं ही
(276)
बातचीत
(26)
रोजनामचा
(667)
लेख
(34)
लेहलद्दाख़
(12)
वीडियो
(7)
व्यंग्य की जुगलबंदी
(35)
शाहजहाँ
(1)
शाहजहाँपुर
(62)
श्रीलाल शुक्ल
(3)
संस्मरण
(41)
सूरज भाई
(164)
हास्य/व्यंग्य
(396)
Sunday, November 18, 2012
बुजुर्गवार चल दिये आखिरी सफ़र पर
मछली बेंची कभी औ अरबों में खेला,
मछली सा भुना औ विदा हो गया।
बुजुर्गवार चल दिये आखिरी सफ़र पर,
हल्ला हुआ- शेर गया, सम्राट गया।
-कट्टा कानपुरी
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment