Monday, February 03, 2014

मजाक करने को हमीं मिले हैं सुबह-सुबह

आज तो आप सोमवार की तरह चमक रहे हो ‪#‎सूरज‬ भाई! गुडमार्निग होते ही हमने #सूरज भाई से कहा।
तुम बातें बहुत बना लेते हो- थोड़ा गला फ़ाड़कर बोलने का रियाज कर लो राजनीति में अच्छा स्कोप है #सूरज भाई मुस्कराते हुये बोले।

मजाक करने को हमीं मिले हैं सुबह-सुबह! ये लो चाय पियो।-- हमने कहा!

मजाक नहीं सच्ची कह रहे हैं भाई! जित्ती बेवकूफ़ी की बातें वे राजनीति वाले पैसा खर्चा करके दूसरों से लिखवाकर करते हैं उत्ती तो तुम फ़्री -फ़ंड में, मजाक-मजाक में कर लेते हो। -#सूरज भाई चाय की चुस्की लेते हुये बोले।

सूरज भाई मुस्करा रहे हैं। दिन खिल रहा है।

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