Thursday, November 20, 2014

ठेला पंक्चर हो गया





 
कल राजा मिले पुलिया पर।लकड़ी ठेले पर रखकर घर लौट रहे थे कि ठेला पंक्चर हो गया।लकड़ी को पुलिया के पास उतारकर राजा की अम्मा ठेले का पंक्चर बनवाने गयीं थीं।राजा पुलिया पर उनका इन्तजार कर रहे थे।

पास के हनुमान मंदिर के पीछे चलने वाले सरकारी स्कूल में राजा कक्षा आठ में पढ़ते हैं।आज भी गए थे स्कूल।लौटकर आये तो लकड़ी इकट्ठा कराने में घर वालों का सहयोग करने निकले।लौटते में यह लफड़ा हो गया।
पुलिया के आगे फैक्ट्री के सामने ठेलिया का पंक्चर बनवाकर लौटती उनकी माँ मिलीं।

स्त्री विमर्श के हिसाब से उनकी माँ घरेलू महिला कहलाएंगी या कामकाजी औरत या मात्र आधी आबादी की एक प्रतिनिधि मात्र।

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