Tuesday, March 17, 2015

आ चल के तुझे मैं ले के चलूँ

कामता प्रसाद
आज दोपहर को कामता प्रसाद मिले पुलिया पर।उनके पास से गाने की आवाज आ रही थी। हमने पूछा-'रेडियो चल रहा है?बिना कुछ बोले हमारे मोबाईल की तरफ ऊँगली से इशारा करते हुए बताया कि गाना मोबाइल में बज रहा है।मोबाइल उनकी जेब में धरा था।

पता चला कामता प्रसाद फैक्ट्री से अगस्त 12 में रिटायर हुए।लेबर के पद से। दस हजार के करीब पेंशन मिलती है। दो लड़के और एक लड़की है। लड़की और बड़े लड़के की शादी हो चुकी है।

मूलत:इलाहाबाद के रहने वाले कामता प्रसाद अब जबलपुर में ही बस गए हैं। दो लड़के और एक लड़क...ी है। लड़की और बड़े लड़के की शादी हो चुकी है। एक लड़का इलेक्टिशियन है। दूसरा वीडियो गेम और कैरम की दूकान चलाता है। 10 रूपये/घण्टा किराए पर कैरम खिलाता है।

पूछने पर बताया कामता प्रसाद ने कि घर में बैठे-बैठे बोर हो गये तो टहलने निकल आये। वजन के बारे में बताया कि पहले तो और ज्यादा था। अब कम हो गया है।

हमने कहा- "बोर हो जाते हो तो फैक्ट्री क्यों नहीं आ जाते काम करने।" इस पर वो बोले-"फैक्ट्री में प्राइवेट लेबर आते हैं। हमारे लिए क्या काम है वहां? "

बतियाकर फैक्ट्री के जाते समय मोबाइल में गाना बज रहा था- "आ चल के तुझे मैं ले के चलूँ एक ऐसे गगन के तले।"

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