Monday, October 10, 2016

सड़क पर साईकल पथ

छुट्टी के दिन घर के पचास काम होते हैं। 49 टरका भी दो एक तो बच ही जाता है। निकलना ही पड़ता है घर से बाहर 'सर्जिकल स्ट्राइक' के लिए।

अब ये ससुर 'सर्जिकल स्ट्राइक' भी इतना पॉपुलर हो गया है कि आदमी निपटने भी जाता है तो कहकर जाता है -बैठ ज़रा अपना अभी 'सर्जिकल स्ट्राइक' करके आते हैं।

आर्मापुर से विजय नगर की तरफ जाते देखा कि सड़क के दोनों तरफ़ साईकल पथ बन रहा है। सड़क के किनारे दोनों तरफ की सड़क पर गड्ढा करके खंभे लगाये जा रहे हैं । खम्भे से फुटपाथ तक की सड़क साईकल के लिए सुरक्षित रहेगी।


कालपी रोड हाइवे है। साईकल बीच सड़क पर चलाने पर कोई भी ठोंक कर चला जा सकता है। उसके लिए सड़क का किनारा सुरक्षित करके रखना बढ़िया बात है।

जगह-जगह साईकल चलाने के लिए स्लोगन लगे हैं। 'साईकल चलायें, पर्यावरण बचाएं', 'मुस्कराइए कि आप साईकल पथ पर हैं' इसी तरह के और भी लुभावने वाक्य।



अभी तो पूरा रास्ता बना नहीं। लेकिन जिस तरह साईकल पथ पर ठेलिया वाले अपनी दुकान लगाकर खड़े हो गए उससे लगता नहीँ कि इस पथ पर साईकल चलेंगी। अंतत: इस जगह पर सब्जी वाले, फल वाले, मठ्ठा वाले ही खड़े मिलेंगे। साईकल बीच सड़क पर ही चलेगी। एक्सिडेंट बदस्तूर जारी रहेंगे।

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